भारतीय जिंक के सहयोग से पांच किसानों ने 5 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया
यूके, 22 दिसंबर 2024। यंगिस्तान जिन के सॉल्यूशन प्रोजेक्ट से जुड़ें कि सैन पाना लाल ने अमरूद की खेती के माध्यम से स्वयं को अर्थिक रूप से मजबूत किया है। सीमांत यू पेज से शुरू करके, प्रशिक्षण सत्रों के दौरान सिखाई गई ई-खेती की तकनीक के माध्यम से उनकी आय केवल दो बार की फसल में लगभग 60 प्रतिशत तक बढ़ गई। अपनी सफलता से कृषि को प्रेरित किया, वह अब अपने समुदाय के अन्य किसा नों को भी उन्नत कृषि तकनीक को अपनाने की सलाह देते हैं, जिससे प्रगति की ओर उद्यम हो । फर्मिंग में श्यामू बाई की सफलता समाधान प्रोजेक्ट की उपलब्धता का एक और उदाहरण है। वेंस्ट इंडियन जिंक की सोल्यूशन पी हल के तहत घाटावली माताजी किसान उत्पादक संगठन सदस्य बने। पशु चिकित्सा देखभाल, गुणवत्ता पूर्ण चारा और गर्भाधान सहायता से उनके जीवों को 5 लीटर से बढ़ाकर 25 लीटर प्रतिदिन किया जाता है, जिससे उन्हें अपने बच्चों की शिक्षा और उनके परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने में मदद मिलती है। एफ डिपोजिटरी से जुड़कर स्टार्टअप व्यवसाय से आज श्यामूबाई आत्मनिर्भर हो कर परिवार को सहारा दे रही हैं। उनकी कहानी सामूहिक उदय म और आधुनिक साहित्य पो सित्ति सतित्व का प्रमाण है।
इंडियन जिंक लिमिटेड दवा रा सॉल्यूशन पहल के माध्यम से, सस्टेनेबल कृषि पद्धति को बढ़ावा देने और सुधार कर प्रदेश में 30 हजार से अधिक किसानों के जीवन में सकारात्मक रूप से बदलाव लाया जा रहा है। 6,900 से अधिक करोड़ रुपये का राजस्व पांच किसान उत्पाद संगठन आई-जीपीओ के साथ है, जिसमें दो लघु टुकड़ा टुकड़े टुकड़े इकाई – गौयम और टुकड़े टुकड़े टुकड़े टुकड़े टुकड़े इकाई के तहत वर्ष 24 में लगभग 5 करोड़ रुपये का राजस्व शामिल है । सॉल्यूशन पहल किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक, सस्टेनेबल सीचैनल को एप नाने, कृषि आधारित और बागवानी जेला भदायकी तकनीकों को संशोधित करने के लिए आवश्यक उपकरण और नवीनतम जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।
अपनी स्थापना के बाद, सॉल्यूशन पहल ने उन्नत कृषि पैड धतियों में 5 हजार से अधिक किसानों को प्रशिक्षित किया। क्षमता निर्माण कार्यक्रम के माध्यम से 10 हजार किसानों को चकमा दिया गया है । कृषि उद्यम में 4,300 महिलाओं को सहायता प्रदान की गई है । मई 2022 से सामूहिक उद्यम के माध्यम से 389 किसान हित टेलीकॉम की स्थापना कर 79 लाख रुपये से अधिक का राजस्व उत्पादन किया गया । बैग बनाते हैं। इस प्रकार आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है। किसानों के लिए समाधान परियोजना के अलावा हिंदुस्तान जिंक सी एसआर के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, महिला संरक्षण, जल और स्वतंत्रता, कौशल विकास और सुधार में सुधार सहित विभिन्न विषयों में योगदान दिया गया है। संबल, कंपनी फ़्लाइट और नंद घर पहलों के मा धाम से ने 3,700 रियाज़ के लगभग 20 लाख लोगों को शिक्षा दी है । डिजिटल मेडिसिन, स्कॉर्पियो, स्वयं सहायता क्लिनिक और ग्रामीण खेलों पर उत्सुकता ने इन समुदायों के सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने को और मजबूत किया है। यह प्रयास चलन में सतत और समग्र विकास के लिए बनाया गया है, जो हिंदुस्तान गणराज्य की प्रति बृद्धता को प्रभावित करता है । भारत के शीर्ष 10 सीएसआर ग्रुप में से हिंदू तान जनजाति आने वाली पीढियों के ली ए सस्टेनेबल और समृद्ध भविष्य सु निश्चित करने के लिए नवोन्वेष रायसन और सहयोगी पहलों के मध यम से देश के कोलोराडो की संभावनाओं के लिए समर्पित है।