हिंदुस्तान जिंक ने अल्ट्रा-रनर सूफिया सूफी को बनाया ब्रांड एंबेसडर
सूफिया केवल 740 दिनों में दुनिया भर में 40 हजार किलोमीटर दौड़ने का विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिये दौड़ेगी
उदयपुर, 14 अक्टूबर 2024। भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने अगले दो वर्षों के लिए विश्व प्रसिद्ध अल्ट्रा-रनर सूफिया सूफी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। सूफिया अल्ट्रा डिस्टेंस धावक जिनके नाम कई रिकाॅर्ड दर्ज है, कंपनी का उद्धेश्य आमजन में हैल्थ और फिटनेस के प्रति जागरूकता है। बुनियादी स्तर की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने और एथलीटों को उनके लक्ष्य हासिल करने में सहायता करने के लिए हिन्दुस्तान जिं़क सदैव प्रतिबद्ध है।
राजस्थान के अजमेर की एक उल्लेखनीय एथलीट सूफिया सूफी आने वाले वर्षों में कई विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के मिशन पर हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक की दूरी तय करने वाली सबसे तेज महिला धावक होने सहित कई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के साथ, सूफिया लक्ष्यों को हांसिल करने के लिये हौंसलों का उदाहरण है। दिल्ली हवाई अड्डे पर एक बैगेज हैंडलिंग अधिकारी से लेकर विश्व स्तर पर प्रसिद्ध अल्ट्रा डिस्टेंस धावक तक की उनकी प्रेरक यात्रा, हिंदुस्तान जिंक परिवार द्वारा स्वस्थ जीवन शैली अपनाते हुए अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करने के दृष्टिकोण के अनुरूप है। वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के अलावा, सूफिया सक्रिय, फिटनेस-केंद्रित जीवन शैली को बढ़ावा देने वाले अभियानों और कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन के साथ सक्रिय रूप से जुड़ेंगी।
बुनियादी स्तर पर खेल और खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के हिंदुस्तान जिंक के प्रयासों से जिंक फुटबॉल अकादमी जैसे प्रमुख खेल संस्थानों की स्थापना हुई है, जो देश के अगली पीढ़ी के फुटबॉल खिलाडियों को तैयार कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिंक फुटबॉल अकादमी के दो खिलाड़ी साहिल पूनिया और मोहम्मद कैफ ने वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इसके अलावा, हिंदुस्तान जिंक समुदाय, जिला और राज्य स्तर पर क्लस्टर आधारित खेलों को व्यापक रूप से बढ़ावा देता है। कंपनी का उद्देश्य युवा खिलाड़ियों को बढ़ावा देना और उन्हें खेल के प्रति अपने जुनून को आगे बढ़ाने में मदद करना है। हिंदुस्तान जिंक राजस्थान की प्रतिभाओं का हमेशा से सहयोग करता रहा है, कंपनी ने इससे पूर्व 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पद्म श्री विजेता कृष्णा पूनिया, अर्जुन पुरस्कार विजेता तीरंदाज लिंबा राम, पावरलिफ्टर माला सुखवाल और शीर्ष ओपन-वाटर तैराक भक्ति शर्मा जैसे एथलीट का सहयोग किया है, जिनके नाम अंटार्कटिका में तैरने का विश्व रिकॉर्ड है।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्तर करते हुए कहा कि, हम सूफिया सूफी को अपने ब्रांड एंबेसडर के रूप जोड़कर गौरवान्वित हैं। उनसे जुडना हिंदुस्तान जिंक के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि हमारा लक्ष्य अपने समुदायों में स्वस्थ जीवन शैली को प्रेरित करना है। अल्ट्रा-डिस्टेंस रनिंग में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियां समर्पण और दृढ़ता को दर्शाती हैं। हम न केवल अपने संगठन के भीतर बल्कि हमारे आस पास के समुदायों में भी स्वास्थ्य और कल्याण की संस्कृति को बढ़ावा देने में विश्वास करते हैं। सूफिया की यात्रा कई लोगों को फिटनेस को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करेगी।
सूफिया सूफी ने उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि, मैं हिंदुस्तान जिंक जैसे बं्राड के साथ जुड़कर सम्मानित महसूस कर रही हूं, जो कि मजबूती और प्रतिरोध क्षमता का प्रतीक है। स्वास्थ्य और सामुदायिक कल्याण के लिए हिंदुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता एक एथलीट और एक व्यक्ति दोनों के रूप में मेरे मूल्यों के पूर्ण रूप से अनुरूप है। जिस तरह हिंदुस्तान जिंक समुदायों के प्रति समर्पित है, मेरा मानना है कि यह समर्पण हमें आंतरिक शक्ति का उपयोग और सफलता के लिए सशक्त बना सकते हैं। मैं अपने मंच का उपयोग लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ स्थानीय समुदायों के लिये हिंदुस्तान जिंक द्वारा किये गये कार्यो को उन तक पहुंचाने के लिए उत्सुक हूं।
2025 में, सूफिया प्रतिष्ठित विश्व 24-घंटे दौड़ चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी, जिसमें अल्ट्रा-डिस्टेंस रनिंग में उनकी प्रतिबद्धता और कौशल का प्रदर्शन होगा। इस चैम्पियनशिप के अलावा, वह अन्य उल्लेखनीय चुनौतियों की तैयारी कर रही हैं, जिसमें माउंट फूजी 100-मिलर अल्ट्रा-ट्रेल और प्रतिष्ठित कॉमरेड्स अल्ट्रा मैराथन शामिल हैं, जिसे द अल्टीमेट ह्यूमन रेस के रूप में जाना जाता है, जो कि 90 किलोमीटर तक होती है। सूफिया का असाधारण लक्ष्य दुनिया भर में दौड़ना भी है, जिसमें केवल 740 दिनों में 40 हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करना शामिल है। ये प्रयास न केवल उनके लिये मील के पत्थर हैं, बल्कि पूरे देश में एथलीट के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।