About Author

Sanjay Khokhawat

लेकसिटी न्यूज़, उदयपुर संभाग में पिछले 2013 से निरंतर मीडिया जगत में राज्य देश दुनिया

33 वां पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव-2023 नए जमाने की औद्योगिक क्रान्ति का दिग्दर्शन कराएगा यह बहुआयामी उत्सव

Share This News

जोधपुर.5 जनवरी/मॉडल स्टेट के रूप में अपनी नई पहचान कायम करते जा रहे राजस्थान में प्रदेश सरकार की जनोन्मुखी और आंचलिक विकासकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की बदौलत हर क्षेत्र और हर वर्ग के उत्थान की धाराओं का प्रवाह तीव्रतर होने लगा है।

हाल के वर्षों में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल और प्रयासों की बदौलत औद्योगिक विकास की दृष्टि से राजस्थान निरन्तर प्रगति पर है। इन्हीं में औद्योगिक विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ते जा रहे जोधपुर जिले में औद्योगिक क्षेत्र को प्रोत्साहन तथा उद्योगों को बढ़ावा दिए जाने के सार्थक प्रयास रंग ला रहे हैं।

इन्हीं प्रयासों को आगे बढ़ाने की दृष्टि से जोधपुर संभाग मुख्यालय पर औद्योगिक एवं हस्तशिल्प विधाओं से जुड़े आयोजनों का अहम् योगदान रहा है। इनमें पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव की भूमिका सर्वविदित है।

 

मुख्यमंत्री शुक्रवार को करेंगे शुभारंभ

इस बार यह आयोजन पूर्व के वर्षों की अपेक्षा और अधिक व्यापकता के साथ हो रहा है। 33वें पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव-2023 का आयोजन 06 से 15 जनवरी तक रावण का चबूतरा मैदान, जोधपुर पर जिला प्रशासन, जिला उद्योग केन्द्र जोधपुर, उद्यम प्रोत्साहन संस्थान, जयपुर तथा नोडल एजेन्सी मरुधरा इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत 6 जनवरी को करेंगे।

अबकि बार इस उत्सव की मुख्य थीम ‘‘विकासशील राजस्थान – उद्यमशील राजस्थान’’ है। इसे परिलक्षित करते हुए केन्द्रीय पण्डाल में औद्योगिक क्षेत्र में विकसित की गई आधारभूत सुविधाओं एवं क्षेत्र के समग्र औद्योगिक विकास का दिग्दर्शन कराने वाली औद्योगिक परियोजनाओं के मॉडल्स का सुन्दर प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके साथ ही राजस्थान के विकास एवं गांधीवादी विचारधारा प्रदर्शित करने हेतु जीवन्त पैनोरमा आकर्षण का केन्द्र होगा।

 

उत्तरोत्तर व्यापकता पाता रहा आयोजन

उत्सव का सूत्रपात 33 वर्ष पूर्व जोधपुर सूचना केन्द्र में एक लघु औद्योगिक प्रदर्शनी के रूप में हुआ। इसके अगले वर्ष पुराने स्टेडियम में इसने उद्योग मेले का स्वरूप पाया। वर्ष 1991 में मात्र 80 स्टॉल्स के साथ प्रारंभ यह उत्सव निरन्तर व्यापकता पाता गया और इस बार उत्सव स्थल पर लगभग 600 स्टॉल्स को 10 आधुनिक होम एवं टेन्टों में राजस्थान के अधिकांश जिलों के अलावा विभिन्न राज्यों यथा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब, पश्चिमी बंगाल एवं उत्तराखण्ड आदि के लघु कुटीर औद्योगिक व हस्तशिल्प इकाइयों को अपनी भागीदारी निभाते हुए अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय का लाभ प्राप्त होगा।

उत्सव अपने आप में लघु भारत के उद्योग एवं हस्तशिल्प स्वरूप का प्रतिदर्श बन चुका है। इसमें राजस्थान के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों के हस्तशिल्पी एवं दस्तकार पारम्परिक कलाकृतियों का प्रदर्शन एवं विक्रय करने के लिए इसकी प्रतीक्षा करते हैं।

 

अबकि बार अलग ही होगा नज़ारा

उत्सव- 2023 को अधिकाधिक भव्य, शानदार और व्यापक स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए शहर के पुरातन गेट गिरदी कोट की झलक दर्शाता प्रवेश द्वार, घण्टाघर एवं मेहरानगढ़ किले की भव्य प्रतिकृति का निर्माण करवा कर विरासत की यादों को संजोया गया है।

भव्य केन्द्रीय पाण्डाल में जोधपुर एवं पश्चिमी राजस्थान के औद्योगिक उत्पादों एवं हस्तशिल्प उत्पादों की नयनाभिराम प्रदर्शनी के अलावा जोधपुर में स्थापित राष्ट्रीय स्तर के प्रीमियर संस्थानों की गतिविधियों बेहतरीन प्रदर्शन किया जा रहा है। सिद्धहस्त हस्तशिल्प डिजाईनर श्री अजय शर्मा के निर्देशन में अनुपयोगी सामान से निर्मित सुन्दर ‘हस्तशिल्प उत्पादों के सागर’ थीम पर आधारित प्रदर्शनी पॉथ वे का सृजन किया हर किसी के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहेगा।

आकांक्षा पालावतजिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी

जोधपुर

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× How can I help you?