चित्तौड़गढ़/रतलाम।उदयपुर
फिल्म “बजरंगी भाईजान” में जिस तरह पाकिस्तान की एक मिसाल है- भारत में बच्ची घूमती है और सलमान खान का किरदार उसे हर हाल में अपने घर छोड़ने का संकल्प देता है – ठीक ऐसी ही एक सच्ची और मार्मिक कहानी है राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और मध्य प्रदेश के रिश्तों से सामने…
ये कहानी है भारत मीना की – एक 15 साल का बच्चा, जो ना बोल सकता है और ना सुन सकता है।
चित्तौड़गढ़ जिले के महुडी, बोहेड़ा गांव का यह मासूम बच्चा 2 मई 2025 को स्कूल के लिए घर से निकला था, लेकिन वह स्कूल नहीं पहुंचा और वापस घर नहीं लौटा। परिवार ने गुमसुदागी की रिपोर्ट दर्ज कराई और हर जगह की तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला।
इस बीच भारत, मध्य प्रदेश के रतलाम के बालगृह में मिलाप हुआ। वह महीनों तक बालगृह में रहा , गूंगा बहरा होने की वजह से कुछ नहीं बता पाया, वजह से भटकता रहा.
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✨ सामने आई समाजसेविका ऋतु वर्मा और लेकसिटीन्यूज़
सामाजिक कार्यकर्ता ऋतु वर्मा को जब इस बच्चे की समस्या पर संदेह हुआ तो उन्होंने लेक सिटी न्यूज़ राजस्थान से संपर्क किया। संस्था के संपादक श्री संजय खोखावत ने इस अंक को पूरे राजस्थान में विशेष रूप से फिल्मों और चित्तौड़गढ़ क्षेत्र की प्रमुखता से प्रकाशित किया।
इस समाचार के माध्यम से परिवार वालों ने बच्चे की पहचान और बालगृह से संपर्क किया। आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बालक सकुशल अपने घर चित्तौड़गढ़ चला गया।
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🎬जब रियल लाइफ बनी रील लाइफ जैसी कहानी
जिस तरह की फिल्म फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ ने एक मासूम को अपने घर वापस लाया, उसी तरह लेक सिटी न्यूज और सोशल मीडिया व संस्था रितु वर्मा ने एक ‘बजरंगी भाईजान’ फिल्म की तरह ही एक बच्चे को अपने घर वापस भेजा। दादी का बस इतना ही कहना था कि ये कोई फिल्म नहीं थी, बल्कि इंसानियत और सच्ची संवेदना की जीवंत मिसाल थी।
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🙏परिवार ने धन्यवाद दिया
भारत की फ़िल्म ने लेक सिटी न्यूज़, संपादक संजय खोखावत, सोशल कैरेज सीज़न वर्मा और प्रशासन का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा-
> “अगर मीडिया और सामाजिक संस्थाएं ऐसे ही काम कर रही हैं तो हजारों बच्चे फिर से घर लौट सकते हैं।”