उदयपुर। देश में सख्त जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर उदयपुर मे
हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आये जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह राठोड ने बताया कि तेजी से बढ़ती जनसंख्या व उसमें बढ़ता असंतुलन देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती व देश की विकास प्रगति में सबसे बड़ा गति अवरोधक है। सन 2001 में भारत की आबादी लगभग सौ करोड़ थी और आज 142 करोड हो चुकी है। यदि एक वर्ष में एक करोड़ बेरोजगारों को आप रोजगार उपलब्ध कराते है दो करोड नये बेरोजगार जन्म ले रहे हैं। हर विकास की योजना छोटी पड़ जानी है। जनसंख्या विस्फोट के चलते शहरों में सड़कों के विस्तार के बावजूद यातायात व्यवस्था बेकाबू हो रही है। विश्व के 25 सबसे प्रदूषित शहरों में से 8 अकल भारत में है हम हमारे बच्चों को हवा में प्रदूषण रूपी जहर दे रहे है। वही एक देश जिसने धर्म के आधार एक विभाजन व कश्मीर जैसी त्रासदी व पलायन झेला हो। वहीं बढ़ते हुए जनसांख्यिकी असंतुलन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। 2011 की जनसंख्या गणनाओं के आंकड़ों के मुताबिक 6 से कम आयु वर्ग की श्रेणी में जहाँ भारत के मूल धर्मों की आबादी में 1.73 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है एक वर्ग विशेष की आबादी 93 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। देवेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि करोड़ों हस्ताक्षर के माध्यम से देश की जनता की माँग श्रेष्ठ नेतृत्व के सामने रखी जाएगी।
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती सुनीता पिकी मांडावत ने इस अभियान में महिलाओं की सहभागिता की अपील करते हुए बताया कि वे स्वयं उदयपुर में चल रहे हस्ताक्षर महाअभियान व जागृति कार्यक्रमो का सीधी मॉनिटरिंग करेगी व स्वयं घर घर व विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आम जन तक पहुँचेगी। शहर से ही प्रदेश उपाध्यक्ष नरपत सिंह ओसालिया इस अभियान का ग्रामीण क्षेत्र में गाँव गाँव ढाणी पहुंचाएंगे। फाउंडेशन के शहर जिलाध्यक्ष व पूर्व सरपंच सीता राम डांगी व महिला विंग की जिला अध्यक्षा व पार्षद श्रीमती सोनिका जैन इस समस्या को गंभीर मानते हुए उदयपुर शहर में पूरी ताकत के साथ लाखों युवाओं की टोली के साथ जल्द ही दिल्ली कूच का ऐलान किया