*गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कैंसर सेंटर द्वारा एनुअल कांफ्रेंस ऑफ़ रेडिएशन ऑन्कोलॉजी राजस्थान स्टेट चैप्टर की दो दिवसीय कांफ्रेंस का पहला दिन का हुआ सफल आयोजन
आज दिनांक 07-01-2023 को गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कैंसर सेंटर द्वारा एनुअल कांफ्रेंस ऑफ़ रेडिएशन ऑन्कोलॉजी राजस्थान स्टेट चैप्टर की दो दिवसीय कांफ्रेंस का पहला दिन सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ| इस कांफ्रेंस में राजस्थान व बाहर से आये हुए लगभग 250 फैकल्टी मेम्बर्स व डेलीगेट्स ने भाग लिया| साइंटिफिक सेशन के दौरन लगभग 80 शोधपत्र पढ़े गए| इस कांफ्रेंस के अंतर्गत कैंसर मैनेजमेंट के मल्टी डिसिप्लिनरी अप्प्रोच पर चर्चा की गयी जिसमें कैंसर स्पेशलिस्ट, कैंसर सर्जन, रेडिएशन ओंकोलोजिस्ट की संयुक्त रूप से ट्यूमर बोर्ड व पैनल चर्चाएँ हुई साथ ही कैंसर की नवीन गाइडलाइन्स पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी|
कांफ्रेंस के मुख्य अतिथि गीतांजली ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अंकित अग्रवाल व गीतांजली मेडिकल के डीन डॉ डी.सी. कुमावत रहे|
कांफ्रेंस ओर्गेनईजिंग चेयरमैन डॉ ए.आर गुप्ता व सेक्रेटरी डॉ रमेश पुरोहित ने गीतांजली ग्रुप के चेयरमैन श्री जे.पी अग्रवाल जी व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अंकित अग्रवाल जी, गीतांजली हॉस्पिटल के सी.ई.ओ श्री प्रतीम तम्बोली जी, डॉक्टर्स व सम्पूर्ण प्रशासन को कांफ्रेंस में भरपूर योगदान करने के लिए धन्यवाद अर्जित किया|
इस अवसर पर गीतांजली ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अंकित अग्रवाल जी ने कहा कि गीतांजली कैंसर सेंटर सतत् 11 वर्षों से आने वाले रोगियों का अत्याधुनिक तकनीकों से इलाज करता आया है और साथ ही राज्य सरकार के साथ कंधे से कन्धा मिलकर यहाँ आने वाले रोगियों का विभिन्न योजनाओं के तहत निःशुल्क इलाज किया जा रहा है|
कांफ्रेंस के अंतर्गत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स , AIIMS), दिल्ली से आये हेड ओफ द डिपार्टमेंट डॉ डी.एन. शर्मा एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स , AIIMS), डॉ आर.के व्यास अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स , AIIMS)जोधपुर, डॉ शंकर वन्गिपुरम अप्पोलो कैंसर सेंटर चेन्नई, डॉ श्रीधर पी.एस, एच.सी.जी बैंगलोर द्वारा कैंसर मैनेजमेंट के गंभीर व महत्वपूर्ण शीर्षकों पर चर्चाएँ की गयी| कैंसर के इलाज के दौरान स्वस्थ टिश्यू को किसी तरह का नुकसान ना हो, समय रहते जांच होने पर सफलता दर बढ़ने के बारे में व कैंसर के इलाज के दौरान सभी सुविधाएँ एक ही छत के नीचे होने को लेकर भी चर्चा की गयी|