उदयपुर। शहर के सुखाड़िया रंगमंच पर चल रहे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शास्त्रीय नृत्य महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन देश-विदेश से आए कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से महाभारत के वृतांत को दर्शाया तो कभी श्री कृष्ण की राधा के साथ छेड़छाड़, कृष्ण की होली और कत्थक ठुमरी की आकर्षक प्रस्तुतियों से इस तीन दिवसीय महोत्सव के समापन को ऐतिहासिक बना डाला।
ऑल इंडिया डांसर्स एसोसिएशन, कत्थक आश्रम उदयपुर, दिव्य ट्राइब और बी.बी. क्रिएटिव वर्ल्ड की ओर से आयोजित इस महोत्सव में 3 दिनों में दोहा, कतर, मलेशिया, थाईलैंड, आसाम, बंग्लादेश, मद्रास, बेंगलोर, चेन्नई, उड़ीसा, दिल्ली मुंबई जयपुर आदि राज्यो समेत देश विदेश के 560 कलाकारों की 350 मनमोहक प्रस्तुतियां हुई।
कथक आश्रम निदेशक चंद्रकला चौधरी ने बताया कि शाम को आयोजित विशेष प्रस्तुतियों से पूर्व अतिथि रूप में अनुष्का एकेडमी से राजीव सुराणा, अर्चना ग्रुप के सौरभ पालीवाल, कथक आश्रम सचिव चंद्रगुप्त सिंह चौहान, बडाला क्लासेस से राहुल बडाला, कॉंग्रेस नेता पंकज शर्मा, एमडीएस स्कूल से शैलेन्द्र सोमानी, मुकेश माधवानी, वसीम जयपुरी, रोहित बंसल, दीपा गोपीनाथ, नोबल स्कूल फालना से अनन्त सिंह, कनिष्क श्रीमाली ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का आगाज किया।
ऑल इंडिया डांसर्स एसोसिएशन के निदेशक डॉ. रितेश बाबू ने बताया कि चेन्नई से आये श्रीदेवी नृत्यालया के समूह ने भरतनाट्यम की प्रस्तूति में शिवा आधारित नृत्य कर उनकी विशेषताओं, महादेव की तपस्या, ध्यान को स्वरजती में प्रस्तुत किया।
दिव्य ट्राइब की डायरेक्टर डॉ. दिव्यानी कटारा ने बताया कि फालना की अदिश्री ने तेरहताली नृत्य,कथक आश्रम के बच्चो ने नाथद्वारा के जगन्नाथ प्रसाद द्वारा गाई कथक ठुमरी पर
कत्थक ठुमरी में बड़े ही मनमोहक रूप में कृष्ण लीला, राधा को पनघट पर छेड़ना ओर राधा कृष्ण की होली को जीवंत किया।
बी.बी.क्रिएटिव वर्ल्ड के निदेशक विकास जोशी ने बताया कि शास्त्रीय नृत्य के इस महोत्सव में कलाकारों ने “मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया यमुना के तट पर बिराजे है,,,,, गीत पर मोहक प्रस्तूति से समापन कार्यक्रम को कृष्णमय कर दिया। दिवीजा चौधरी द्वारा राजस्थानी भवाई नृत्य की प्रस्तूति, कुमोदी मोहाले, वैदेही दशोरा ओर दिव्यांशी माहेश्वरी द्वारा
महाभारत में द्रोपदी ओर दुर्योधन संवाद पर दी गयी प्रस्तूति ने भी दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।