OYO द्वारा अविवाहित जोड़ों के लिए चेक-इन नियमों में किए गए इस बदलाव को लेकर काफी चर्चा हो रही है। यह बदलाव मुख्यतः मेरठ शहर में लागू किया गया है, जहां अब अविवाहित जोड़े OYO के पार्टनर होटलों में रूम बुक नहीं कर पाएंगे। इस कदम के पीछे कंपनी ने स्थानीय सामाजिक संवेदनशीलता और सुरक्षित आतिथ्य प्रथाओं को बढ़ावा देने का हवाला दिया है।
नई नीति की मुख्य बातें:
1. अविवाहित जोड़ों को चेक-इन नहीं मिलेगा
OYO ने स्पष्ट किया है कि अब अविवाहित जोड़े होटल बुकिंग के दौरान रूम चेक-इन नहीं कर सकते। इस प्रक्रिया में उनके रिश्ते का वैध प्रमाण मांगा जाएगा।
2. स्थानीय होटलों को अधिकार
OYO ने पार्टनर होटलों को बुकिंग अस्वीकार करने का अधिकार दिया है, ताकि वे स्थानीय सामाजिक और कानूनी संवेदनशीलता का पालन कर सकें।
3. सुरक्षित और जिम्मेदार आतिथ्य पर जोर
कंपनी का उद्देश्य खुद को एक पारिवारिक और सुरक्षित ब्रांड के रूप में स्थापित करना है। यह पहल परिवारों, छात्रों, धार्मिक यात्रियों और एकल यात्रियों को आकर्षित करने के लिए की गई है।
4. अनैतिक गतिविधियों पर रोक
OYO ने अनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले होटलों को ब्लैकलिस्ट करने और अनधिकृत होटलों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की बात कही है।
संभावित प्रभाव:
कपल्स के लिए चिंता: अविवाहित जोड़ों के लिए OYO रूम्स एक लोकप्रिय विकल्प थे। अब इस नियम से उनकी सुविधा पर असर पड़ सकता है।
ब्रांड की नई छवि: यह बदलाव OYO को पारिवारिक और जिम्मेदार ब्रांड के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश है।
आलोचना और समर्थन: जहां कुछ लोग इसे सकारात्मक कदम मान सकते हैं, वहीं इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप के रूप में भी देखा जा सकता है।
OYO का यह कदम स्थानीय प्रतिक्रिया और सामाजिक मान्यताओं के आधार पर अन्य शहरों में भी लागू किया जा सकता है। कंपनी ने इस नीति की समय-समय पर समीक्षा का वादा किया है।