उदयपुर। नगर निगम महापौर गोविंद सिंह टाक एवं उप महापौर पारस सिंघवी ने शुक्रवार रात्रि शहर में निगम द्वारा संचालित विभिन्न पार्किंग स्थलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में उपमहापौर सिंघवी ने रंगे हाथों अतिरिक्त शुल्क वसूलते संचालक के कर्मचारी को दबोचा।
नगर निगम उप महापौर एवं स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से निगम महापौर गोविंद सिंह टाक को शहर में निगम द्वारा निविदा पर संचालित पार्किंग स्थलों में तय राशि से भी अतिरिक्त राशि वसूलने की शिकायतें प्राप्त हो रही थी। पर्यटन नगरी होने के कारण यहां आने वाले पर्यटकों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो इसके चलते महापौर ने तुरंत कार्रवाई करने का निर्णय लिया। इसी को लेकर शुक्रवार को रात्रि में महापौर गोविंद सिंह टाक स्वयं उपमहापौर पारस सिंघवी, कच्ची बस्ती सुधार समिति अध्यक्ष देवेंद्र साहू, राजस्व शाखा के अधिकारियों, स्वास्थ्य शाखा के अधिकारियों के साथ पार्किंग स्थलों का निरीक्षण करने पहुंचे। महापौर सर्वप्रथम पीडब्ल्यूडी कार्यालय समिप पार्किंग स्थल पर पहुंचे जहां पर नोटिस बोर्ड से निगम द्वारा तय रेट को खुरेच कर बिगाड़ रखी थी, इसी के साथ संचालक के कार्मिक के पास मौके पर शुल्क लेने की रसीद बुक प्राप्त नहीं हुई। वाहन चालकों से ली जाने वाली राशि भी किसी प्रकार से अंकित नहीं की गई थी। ठेकेदार द्वारा की जा रही लापरवाइयो पर रोष व्यक्त करते हुए महापौर, उपमहापौर ने तुरंत संज्ञान लेकर आवश्यक कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
आसींद हवेली पार्किंग स्थान पर मिली धांधली।
पीडब्ल्यूडी कार्यालय समीप पार्किंग स्थल निरीक्षण पश्चात महापौर टांक, उपमहापौर सिंघवी शहर मध्य जगदीश चौक स्थित आसींद की हवेली पार्किंग स्थल पर पहुंचे। वहां पर जाते ही उपमहापौर ने वाहन पार्किंग शुल्क दे रहे पर्यटक से भुगतान राशि के बारे में जानकारी प्राप्त की। पर्यटक द्वारा 1 घंटे 30 मिनट के 70 रुपए देना बताया जबकि 2 घंटे के मात्र ₹10 रुपए ही पार्किंग शुल्क है। उपमहापौर ने मौके पर ही संचालक के कार्मिक को बुलाया एवं पूछताछ की जिस पर कार्मिक किसी भी प्रकार से कुछ भी कोई ठोस कारण प्रस्तुत नहीं कर सका। मौके पर महापौर ने राजस्व अधिकारियों को तुरंत नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
पर्यटकों के साथ नहीं हो लूट खसोट।
उदयपुर पर्यटकों का पसंदीदा शहर, सुविधा उपलब्ध करवाना निगम का कर्तव्य।
नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी ने बताया कि पार्किंग व्यवस्था के औचक निरीक्षण में मिली धांधली पर महापौर टांक ने रोष व्यक्त किया है। महापौर ने कहा कि हमारा शहर उदयपुर पर्यटको का सबसे पसंदीदा शहर है। आने वाले पर्यटक को दी जाने वाली हर सुविधा का शुल्क निगम द्वारा तय किया गया है एवं निविदा देते समय यह निर्देश दिया जाता है कि तय शुल्क के अलावा किसी भी प्रकार से कोई अतिरिक्त राशि नहीं वसूली जाएगी। फिर भी ठेकेदार द्वारा इस प्रकार की हरकत की जा रही है जो कि माफी लायक नहीं है। अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
15 रुपए के स्थान पर लिए 70 रुपए।
नगर निगम महापौर गोविंद सिंह टाक, उपमहापौर पारस सिंघवी द्वारा शुक्रवार को किए गए पार्किंग स्थलों के औचक निरीक्षण में आसींद की हवेली स्थित पार्किंग स्थान पर पर्यटक द्वारा ₹15 की स्थान पर ₹70 की वसूली करते हुए उप महापौर द्वारा मौके पर ही पकड़ा गया। उपमहापौर ने इसका स्पष्टीकरण जानना चाहा लेकिन ठेकेदार का कर्मचारी कोई भी संतुष्ट प्रद जवाब नहीं दे सका। महापौर, उपमहापौर द्वारा ऐसी अवैध गतिविधि को नजरअंदाज नहीं करते हुए तुरंत राजस्व अधिकारी को मौके पर ही संबंधित पार्किंग संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
समय-समय पर करनी होंगी आकस्मिक जांच।
निगम महापौर गोविंद सिंह टाक ने शुक्रवार को निर्णय लिया कि उदयपुर शहर में निगम द्वारा संचालित सभी पार्किंग स्थल शहरवासियों एवं यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधा हेतु निम्न दरों पर उपलब्ध करवाए गए हैं। इसमें किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हो इसको लेकर विशेष निर्देश दिए हैं फिर भी अवेध वसूली हो रही है। भविष्य में इस प्रकार की गलती नही हो इसलिए थोड़े-थोड़े अंतराल में शहर में संचालित हो रही सभी पार्किंग स्थलों का निरीक्षण कर उसकी प्रतिलिपि महापौर को एवं उपमहापौर को उपलब्ध करानी होगी।
नहीं मिली रसीद बुक।
नगर निगम महापौर गोविंद सिंह टाक उपमहापौर पारस सिंघवी द्वारा शुक्रवार को किए गए पार्किंग स्थलों के आकस्मिक निरीक्षण में पीडब्ल्यूडी पार्किंग स्थल पर किसी भी प्रकार की कोई भी रसीद बुक प्राप्त नहीं हुई, साथ ही आसींद की हवेली पार्किंग स्थलों पर रसीद बुक में पार्किंग शुल्क राशि का इंद्राज नहीं किया गया था। तीनों ही पार्किंग स्थलों पर घोर अनियमितता पाई गई है निगम द्वारा संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।