समाज के बदलते दौर में बच्चों में व्यवहार परिवर्तन, मानसिक तनाव, डिप्रेशन, आत्महत्या की कोशिश, अग्रेशन, ऑटिज्म विभिन्न प्रकार की बीमारियों के लिए देंगे सेवाएं
उदयपुर, 9 फरवरी। महाराणा भोपाल अस्पताल के बाल चिकित्सालय में लगे दो साइकोलॉजिस्ट अब अपनी नियमित सेवाएं प्रतिदिन देंगे, जिनमें आउटडोर में आने वाले बच्चे एवं विभिन्न वार्ड में भर्ती मरीज सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
अधीक्षक डॉक्टर आर एल सुमन ने बताया कि समाज के बदलते दौर में बच्चों में व्यवहार परिवर्तन, मानसिक तनाव, डिप्रेशन, आत्महत्या की कोशिश, अग्रेशन, ऑटिज्म विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित बच्चे प्रतिदिन अस्पताल में आते हैं या कभी-कभी भर्ती भी होते हैं, जिसके लिए यह आवश्यक था साइकोलॉजी की सेवाएं विशेषकर यहां संभागीय अस्पताल में उपलब्ध हो । परंतु अस्पताल में अपने ही स्तर पर हाल ही हुए सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू के तहत दो क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट को यहां पर सेवाएं लेने के लिए नामित किया जो अपनी सेवाएं निरंतर प्रदान करेंगे । अधीक्षक डॉ सुमन ने यह भी बताया कि बहुत सारे बच्चे यहां पर रेफर होकर चिकित्सीय प्रमाण पत्र के लिए भी आते रहते हैं । इन सेवाओं की अति आवश्यकता है परंतु अब इसका लाभ अभिभावकों को मिल पाएगा। हाल ही कोटा में जिस तरीके से कोचिंग करने वाले छात्रों द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया जा रहा है, उसी तरह हमारे यहां पर भी बहुत सी बच्चे तनाव में रहते हैं ।अतः समय रहते उनको अप्रिय घटना से बचाया जा सके, यहां पर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट को लगाया गया है, जो बाल चिकित्सालय के कमरा नंबर 9 उज्वला क्लीनिक में अपनी सेवाएं देंगे।